You are currently viewing पीएम मुद्रा लोन योजना में अब मिलेगा दोगुना लोन, अधिसूचना जारी 

पीएम मुद्रा लोन योजना में अब मिलेगा दोगुना लोन, अधिसूचना जारी 

  • पीएम मुद्रा लोन योजना की लिमिट बढ़ा दी गई है
  • अब इसे बढ़ा कर 20 लाख रुपये कर दिया गया है
  • पहले यह सीमा 10 लाख रुपये थी

नई दिल्ली। सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के अंतर्गत वर्तमान ऋण सीमा को दूना कर दिया है। अभी तक इस योजना के तहत 10 लाख रुपये का लोन मिलता था। इसे बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया गया है। इसी साल के पूर्ण बजट में इस आशय की घोषणा की गई थी।

पीएम मुद्रा लोन योजना में अब लोग ज्यादा पैसे का लोन ले सकते हैं। जी हां, सरकार ने इस लोन की लिमिट को दूना कर दिया है। पहले इस योजना के तहत 10 लाख रुपये तक का लोन मिलता था। अब इसकी ऊपरी सीमा बढ़ा कर 20 लाख रुपये कर दी गई है।

इस साल के बजट में हुई थी घोषणा

केंद्रीय वित्त मंत्री ने इस साल 23 जुलाई को पेश केंद्रीय बजट में इस बावत घोषणा के थी। इसी के अनुरूप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत मुद्रा ऋण की मौजूदा सीमा को अब 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया गया है। यह वृद्धि मुद्रा योजना के समग्र उद्देश्य को प्रोत्साहन देने की एक और सकारात्मक पहल है। यह वृद्धि विशेष रूप से उभरते उद्यमियों के लिए लाभकारी है, जिससे उन्हें विकास और विस्तार में सहायता मिलेगी। यह पहल एक मजबूत उद्यमी इको-सिस्टम को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

वित्त मंत्रालय से हुआ अधिसूचित

सरकार की तरफ से इस संबंध में जारी अधिसूचना के अनुसार, तरुण प्लस की नई श्रेणी 10 लाख रुपये से अधिक और 20 लाख रुपये तक के ऋणों के लिए है। यह उन उद्यमियों को उपलब्ध होगी जिन्होंने तरुण श्रेणी के अंतर्गत पिछले ऋणों का लाभ उठाते हुए उनका सफलतापूर्वक भुगतान भी किया है। 20 लाख रुपये तक के पीएमएमवाई ऋणों की गारंटी कवरेज माइक्रो यूनिट्स के लिए क्रेडिट गारंटी फंड (सीजीएफएमयू) के तहत प्रदान की जाएगी।

क्या है पीएम मुद्रा लोन

लोगों को स्वरोजगार करने या लघु उद्यम लगाने के लिए आसानी से लोन मिले, इसके लिए केंद्र सरकार ने 8 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) की शुरुआत की थी। हालांकि इसका सदुपयोग कम, दुरुपयोग ज्यादा हो रहा है। इसका इशारा नीति आयोग (NITI Aayog) द्वारा तैयार एक रिपोर्ट से मिलता है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत दिये जाने वाले लोन की वापसी में लोग ढीले होते जा रहे हैं।