रायपुर। भारत में उच्च गुणवत्ता वाले जल भंडारण समाधानों के सबसे विश्वसनीय और अग्रणी निर्माता वेलस्पन के ब्रांड सिन्टेक्स ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भारत का पहला एंटी-माइक्रोबियल सीपीवीसी पाइप लॉन्च किया। इसके साथ ही, सिन्टेक्स ने जल भंडारण से जल वितरण की दिशा में एक नया कदम बढ़ाया है। सिटेक्स ने सीपीवीसी, यूपीवीसी, एसडब्ल्यूआर (सॉथल, बेस्ट और रेन वाटर), रीक्लेम, एग्री, अंडरग्राउंड ड्रेनेज और सरफेस ड्रेनेज पाइप्स एवं फिटिंग्स की संपूर्ण रेंज लॉन्च की है। ये पाइप्स गर्म और ठंडे पानी, ग्रे वाटर और ब्लैक वाटर सभी प्रबंधन की प्लंबिंग जरूरतों को पूरा करते हैं।
कंपनी के एमडी यशोवर्धन अग्रवाल ने बताया कि इस रणनीतिक प्रवेश के साथ, सिन्टेक्स का लक्ष्य नवाचार, गुणवत्ता और स्वास्थ्य- प्रथम इंजीनियरिंग के माध्यम से भारत की बदलती इंफास्ट्रक्चर आवश्यकताओं को पूरा करना है। ये पाइप्स उच्चतम स्थायित्व और गुणवत्ता मानकों के अनुसार डिज़ाइन किए गए है और साथ ही स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हैं। इनका उद्देश्य है हर परिवार के लिए सुरक्षित पानी और स्वस्थ घर सुनिश्चित करना। सिन्टेक्स एडवांटेज एनएक्सटी द्वारा सशक्त नई पाइप रेंज, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-एल्गी होगी, जो इसे घरेलू, कृषि और संस्थागत उपयोग के लिए आदर्श बनाती है। इन पाइप्स की एंटी माइक्रोबियल संरचना यह सुनिश्चित करती है कि पाइपलाइन सिस्टम के माध्यम से प्रवाहित होते समय पानी साफ और सुरक्षित बना रहे, जो कि भारत जैसे उष्ण और उच्च आर्द्रता वाले क्षेत्रों में अत्यंत महत्वपूर्ण है। अक्टूबर 2024 में, सिन्टेक्स ने 85 करोड़ रुपये में वीटेक प्लास्टिक्स का 100% अधिग्रहण किया था।
छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित वीटेक प्लास्टिक्स की सुविधा की वार्षिक उत्पादन क्षमता 19,000 मीट्रिक टन है। यह रणनीतिक कदम भारत के तेजी से बढ़ते प्लास्टिक पाइप बाजार में सिन्टेक्स को सशक्त मौजूदगी को रफ्तार देने के लिए उठाया गया है। भारत का पाइप उद्योग वित्त वर्ष 2030 तक 1.3 लाख करोड़ रुपये का होने का अनुमान है और यह तेज़ी से बढ़ रहा है। हालांकि, रिसर्च से पता चलता है कि लगभग 60% बाजार असंगठित है, जहां निम्न गुणवत्ता वाले, बिना ब्रांड के और रीसायकल्ड पाइपों का दबदबा है।