- सारे गांव के रिकॉर्ड ऑनलाइन यूनिक नंबर से जमीन की पहचान
- आप काम होंगे विवाद धोखाधड़ी के मामले में घटेंगे
रायपुर। छत्तीसगढ़ में एनजीआरडीएस (राष्ट्रीय सामान्य दस्तावेज पंजीकरण प्रणाली) सॉफ्टवेयर को लागू करने की तैयारी है। आधार और पैन कार्ड के जरिए जमीन खरीदने-बेचने वालों की शिनाख्ती होगी। दूसरे दस्तावेजों का वैरिफिकेशन भी ऑनलाइन होगा। राजधानी में दूसरे के आधार और पैन कार्ड में फोटो लगाकर दूसरे की जमीन बेचने के कई मामले आ चुके हैं। नए सिस्टम से जालसाजी की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाएगी। अभी सिर्फ संपत्ति के मालिकाना हक की जांच के लिए राजस्व विभाग के भुईंया सॉफ्टवेयर से इसका इंटीग्रेशन है।
2024 में ये माइल्ड स्टोन…
आधार-पैन से रजिस्ट्रीः प्रदेश में रजिस्ट्री के लिए नया सॉफ्टवेयर लॉन्च किया जाएगा। इसमें आधार पैन समेत अन्य जरूरी दस्तावेजों का वैरिफिकेशन ऑनलाइन होगा। फर्जी पैन-आधार कार्ड से होने वाली रजिस्ट्रियां रूकेंगी। सभी लागू डाटा एनआईसी के क्लाउड सर्वर में सुरक्षित रहेगा।
कम से कम समय में पंजीयनः नया सिस्टम लागू होने से दस्तावेज पंजीयन आसान हो जाएगा। इससे रजिस्ट्री में लगने वाला समय भी घटेगा। दोनों पक्षों को दफ्तर में ज्यादा देर इंतजार नहीं करना होगा। पंजीयन से जुड़े दस्तावेज सेम डे जमा कराए जा सकेंगे।
जिस पर बैन, उसका रेकॉर्ड ऑनलाइन: सरकार ने जिन जमीनों की खरदी-बिक्री पर रोक लगा रखी है, उनका रिकॉर्ड ऑनलाइन नजर आएगा। नए सिस्टम में रजिस्ट्री की कॉपी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी। रजिस्ट्री की नकल भी आसानी से प्राप्त होगी। दस्तावेजों का पंजीयन ऑनलाइन होगा।