नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत एक्शन मोड में है। सिंधु जल समझौते स्थगित करने से लेकर भारत की ओर से अब तक कई कड़े फैसले लिए गए हैं। इसी बीच मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई।
मीटिंग में तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद
यह मीटिंग पीएम आवास में चली। मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और थलसेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी भी मौजूद थे।
उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक में आतंकियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन और भविष्य की रणनीति तैयार हुई। पीएम मोदी ने पहले ही आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि (1960) को तत्काल स्थगित कर दिया है। यह संधि तभी बहाल की जाएगी, जब पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करना बंद कर देगा।
अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद किया जा रहा है, जो लोग वैध दस्तावेजों के साथ इस मार्ग से भारत आए हैं, उन्हें 1 मई तक वापस पाकिस्तान लौटना होगा।नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित कर दिया गया है।
दहशत में पाकिस्तान
बता दें कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, दर्जनों लोग घायल हो गए थे। इस हमले के बाद पाकिस्तान भी हाई अलर्ट पर है। शहबाज सरकार को डर है कि भारतीय सेना पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई कर सकती है।