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राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस पर आईआईसी का आंत्रप्रेन्योरशिप बढ़ोतरी के लिए प्रेरक आयोजन

  • 2025 तक 12.50 लाख से अधिक नौकरियां प्रदान करेंगे स्टार्टअप

रायपुर। इंस्टीट्‌यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) की ओर से रविवि में राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस का आयोजन किया गया। आईआईसी की अध्यक्ष कविता ठाकुर ने एक स्टार्टअप का इकोसिस्टम और डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए सरकार की पहल से प्रेरित आंत्रप्रेन्योरशिप की बढ़ोतरी की जानकारी देते हुए कहा कि देश में स्टार्टअप इकोसिस्टम फल-फूल रहा है। 50 हजार से अधिक स्टार्टअप देश को एक ग्लोबल डेस्टिनेशन बना रहे है। नैसकॉम की एक रिपोर्ट में भविष्यवाणी की गई है कि ये स्टार्टअप 2025 तक 12.5 लाख से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा करेंगे। एक मजबूत उद्यम पूंजी पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा सुगम पूंजी की उपलब्धता ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जैसा कि 2021 में रेकॉर्ड तोड 26.3 बिलियन डॉलर जुटाए गए हैं। 2020 में 10.6 बिलियन से। दीपेंद्र सिंह ने एक साधारण चाय की दुकान को व्यवसाय में बदलने जैसे उदाहरण देते हुए रोजगार और सामाजिक प्रगति के लिए उद्यमिता के महत्व को रेखाकित किया। उन्होंने व्यक्तियों से अपने अनूठे विचारों पर विश्वास करने, मानव मस्तिष्क की शक्ति का उपयोग करने और अपनी रचनात्मकता का लाभ उठाने का आग्रह किया।

निर्णय लेने की क्षमता और संचार

मुख्य अतिथि पवन कुमार पटनायक ने उद्यमी बनने की बुनियादी प्रक्रियाओं को रेखांकित किया। उन्होंन उद्यमिता की बहु-विषयक प्रकृति पर जोर देते हुए एक उद्यमी को जोखिम उठाने के इच्छुक व्यक्ति के रूप में परिभाषित किया। जिन प्रमुख कौशलों पर प्रकाश डाला गया उनमें संचार, मानवीय संबंध, गणित, समस्या समाधान, निर्णय लेने, तकनीकी और बुनियादी व्यावसायिक कौशल शामिल है।