You are currently viewing जानिए स्टार्टअप इंडिया के लिए रजिस्टर करने की पूरी प्रक्रिया, ये 5 शर्तें करनी होंगी पूरी

जानिए स्टार्टअप इंडिया के लिए रजिस्टर करने की पूरी प्रक्रिया, ये 5 शर्तें करनी होंगी पूरी

अगर आप भी कोई स्टार्टअप (Startup) शुरू करना चाहते हैं या फिर कोई स्टार्टअप शुरू कर चुके हैं तो स्टार्टअप इंडिया (Startup India) का हिस्सा बनने के बारे में जरूर सोचा होगा. हालांकि, इसके लिए आपको DPIIT Recognition हासिल करना होगा।

अगर आप भी कोई स्टार्टअप (Startup) शुरू करना चाहते हैं या फिर कोई स्टार्टअप शुरू कर चुके हैं तो स्टार्टअप इंडिया (Startup India) का हिस्सा बनने के बारे में जरूर सोचा होगा. हालांकि, इसके लिए आपको DPIIT Recognition हासिल करना होगा. इसके तहत आपको अपने स्टार्टअप को  Department for Promotion of Industry and Internal Trade (DPIIT) पर रजिस्टर करवाना होता है. बता दें कि जो स्टार्टअप इस DPIIT के तहत रजिस्टर्ड होते हैं, उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से बहुत सारे फायदे मिलते हैं. वैसे ये उतना आसान भी नहीं, जितना लगता है. हर स्टार्टअप DPIIT पर रजिस्टर नहीं हो सकता है. इसके तहत स्टार्टअप को रजिस्टर कराने के लिए उसे कुछ पैमानों पर खरा उतरना पड़ता है. आइए नेशनल स्टार्टअप डे पर जानते हैं कैसे कोई स्टार्टअप डीपीआईआईटी पर रजिस्टर हो सकता है।

पहले जानिए क्या होनी चाहिए योग्यता

DPIIT के तहत अपने स्टार्टअप को रजिस्टर करने के लिए सबसे पहले आपको अपने बिजनेस को Startup होने के पैमानों पर खरा उतरना जरूरी है. आइए जानते हैं स्टार्टअप इंडिया के तहत किन बिजनेस को ‘स्टार्टअप’ माना जाता है।

1- कंपनी की उम्र

स्टार्टअप इंडिया के तहत रजिस्टर होने के लिए आपके बिजनेस को स्टार्टअप तभी माना जा सकता है, अगर उसकी उम्र 10 साल से अधिक ना हो।

2- कंपनी का टाइप

अगर आपकी कंपनी एक Private Limited Company, Registered Partnership Firm या Limited Liability Partnership है, तभी उसे स्टार्टअप इंडिया के तहत रजिस्टर होने के लिए योग्य माना जाएगा।

3- सालाना टर्नओवर

एक स्टार्टअप होने के लिए आपके बिजनेस का टर्नओवर किसी भी साल में 100 करोड़ रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए।

4- ओरिजनल एंटिटी

कई बार सिर्फ स्टार्टअप इंडिया के तहत मिलने वाले फायदों को हासिल करने के लिए कुछ बिजनेस एक अलग ब्रांड शुरू करते हैं और उसे स्टार्टअप इंडिया के तहत रजिस्टर कराना चाहते हैं. स्टार्टअप इंडिया के तहत रजिस्टर होने की योग्यताओं में से एक ये भी है कि आपका बिजनेस बिल्कुल ओरिजनल होना चाहिए, ना कि किसी पहले से चल रहे बिजनेस से ही एक हिस्सा अलग कर के उसे स्टार्टअप बनाने की कोशिश करनी चाहिए।

5- इनोवेटिव और स्केल करने लायक

आपका बिजनेस इनोवेटिव होना चाहिए, जो प्रोडक्ट या सर्विस में डेवलपमेंट करे या फिर उसे पहले से बेहतर बनाने का काम करे. साथ ही ये भी जरूरी है कि आपका बिजनेस तेजी से स्केल करने यानी बड़ा होने की ताकत रखता हो, जो ढेर सारी वेल्थ बनाए और रोजगार मुहैया कराए।

कैसे करें स्टार्टअप को रजिस्टर?

अगर आप अपने बिजनेस को स्टार्टअप इंडिया पर रजिस्टर करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले अपनी कंपनी बनानी होगी. इसके तहत आप प्राइवेट लिमिटेड, पार्टनरशिप फर्म या एलएलपी रजिस्टर करवा सकते हैं।

अगला स्टेप होगा स्टार्टअप इंडिया की वेबसाइट पर रजिस्टर होना. आपको वहां एक अकाउंट बनाना होगा, जिसके बाद आपकी स्टार्टअप इंडिया प्रोफाइल बन जाएगी. ध्यान रहे कि सिर्फ इतना करने भर से आपको स्टार्टअप इंडिया के फायदे नहीं मिलेंगे।

इसके बाद आपको डीपीआईआईटी की वेबसाइट पर जाना होगा और वहां पर रिकॉग्निशन हासिल करने के लिए आवेदन करना होगा. वहां आपको रिकॉग्निशन टैब के अंदर जाकर Apply for DPIIT Recognition पर क्लिक करना होगा. यहां से आप सीधे नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम की वेबसाइट पर री-डायरेक्ट हो जाएंगे. वहां आपको Registration as a Startup का फॉर्म भरना होगा और फिर Startup Recognition Form भरना होगा. इसमें आपको अपने बिजनेस का नाम, पूरा एड्रेस, डायरेक्टर या पार्टनर की डीटेल्स समेत बिजनेस के बारे में सब कुछ बताना होगा. इसमें सब कुछ भरने के बाद सबमिट करना होगा. इसके बाद आपके स्टार्टअप को डीपीआईआईटी की तरफ से एक रिकॉग्निशन नंबर मिल जाएगा।