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विद्युत के घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ा झटका विभाग ने 400 यूनिट तक 50 फीसदी बिल में छूट का दायरा घटाकर किया 100 यूनिट

  • हाफ बिजली बिल अब 400 की बजाय 100 यूनिट तक : शासन का दावा-31 लाख को फिर भी लाभ

रायपुर। प्रदेश के घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली कंपनी ने बड़ा झटका दिया है। कंपनी की ओर से 400 यूनिट तक खपत पर दिए जा रहे 50 फीसदी बिजली बिल छूट योजना का लाभ का दायरा घटा दिया है। यह लाभ अब सिर्फ 100 यूनिट तक खपत करने वालों को मिलेगा। यानी जिस महीने खपत 100 यूनिट तक होगी, बिजली बिल में आधी छूट मिलेगी। ऊर्जा विभाग ने 50 फीसदी बिजली बिल छूट योजना में संशोधन किया है।

हालांकि ऊर्जा विभाग का दावा है कि इस संशोधन आदेश से राज्य के 45 लाख घरेलू उपभोक्ताओं में से लगभग 31 लाख परिवार (करीब 70%) को लाभ मिलता रहेगा। इन परिवारों की मासिक खपत 100 यूनिट प्रतिमाह से अधिक नहीं है। बता दें कि प्रदेश में 400 यूनिट तक की खपत पर हाफ बिजली की रियायत उपभोक्ताओं को मिलती रही है। भूपेश बघेल की सरकार के समय 1 मार्च 2019 से उपभोक्ताओं को बिजली बिल हाफ योजना लागू की गई थी।

इसे प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद भी जारी रखा गया। बिजली बिल के कैलकुलेशन के अनुसार
400 यूनिट तक अधिकतम 1043 रुपए का फायदा उपभोक्ताओं को मिल रहा था। छत्तीसगढ़ में बिजली की कीमत में भी बढ़ोतरी की गई है। उपभोक्ताओं को 1 अगस्त से बढ़ा हुआ बिल भी भरना पड़ेगा। बिजली नियामक आयोग ने जुलाई में नया टैरिफ जारी किया था।

आयोग और बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 20 पैसे ज्यादा देना होगा। 50 फीसदी हाफ बिजली योजना के लिए कांग्रेस और भाजपा शासनकाल में दोनों सरकारों ने पिछले छह सालों में करीब 4500 करोड़ रुपए की छूट दी है। अब 100 यूनिट तक की खपत पर दी जाने वाली छूट की राशि सालाना करीब 200 करोड़ के आसपास होगी।

हाफ बिजली बिल की गणना पहले की तरह होती रहेगी

कुल खपत में 400 यूनिट तक की खपत पर एनर्जी चार्ज, फिक्सड चार्ज और वेरिएबल कास्ट एडजस्टमेंट पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाती थी। जैसे किसी उपभोक्ता के घर की कुल खपत 600 यूनिट है। बिजली बिल की गणना के लिए पहले 400 यूनिट का बिल ऊपर बताए गए मदों से जोड़कर निकाला जाता था। इस तरह आए बिल को आधा कर दिया जाता था। इसके बाद 200 यूनिट पर अलग से बिल की गणना की जाती थी। यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।