राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने शताब्दी वर्ष का आयोजन 26 अगस्त से दिल्ली में करेगा। संघ प्रमुख मोहन भागवत की व्याख्यानमाला से शुरुआत होगी। पूरे वर्ष में 1500-1600 हिंदू सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने शताब्दी वर्ष आयोजनों की शुरुआत 26 अगस्त को दिल्ली में संघ प्रमुख मोहन भागवत की व्याख्यानमाला से करने जा रहा है। संघ के 100 साल इस वर्ष विजयादशमी को हो रहे हैं। अपने शताब्दी वर्ष में संघ देश के हर राज्य के हर ब्लॉक तक अपनी पहुंच बनाएगा। सालभर में 1500 से 1600 हिंदू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। संघ अपनी यात्रा के 100 साल को अपनी विचारधारा की व्यापक पहुंच के रूप में मनाने जा रहा है। सालभर चलने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत 26 अगस्त को दिल्ली के विज्ञान भवन में संघ प्रमुख मोहन भागवत की व्याख्यानमाला से होगा।
इसका आयोजन कोलकाता, मुंबई और बेंगलुरु में भी होगा। राजधानी दिल्ली समेत देशभर में बड़े पैमाने पर घर-घर संपर्क कर लोगों तक संघ की विचारधारा व साहित्य को पहुंचाया जाएगा। हिंदू बस्तियों में सम्मेलनों का आयोजन होगा। देशभर में ऐसे 1500 से 1600 सम्मेलन होंगे। संघ इस दौरान अपनी शाखाओं की संख्या का भी विस्तार करेगा और हर राज्य के हर ब्लॉक तक पहुंचेगा। संघ के प्रांत प्रचारकों की दिल्ली में चार से छह जुलाई तक होने वाली बैठक में इस बारे में विस्तृत ब्योरा सभी प्रांत प्रचारकों को सौंपा जाएगा। सूत्रों के अनुसार संघ अपने शताब्दी वर्ष को अपनी व्यापक पहुंच का साल बनाना चाहता है और वृहद हिंदू समाज को एकजुटता में बांधना चाहता है। इस दौरान वह इस बात पर भी जोर देगा कि समय के साथ पूजा पद्धतियां भले ही बदल गई हों, लेकिन याद रखना चाहिए कि हमारे पूर्वज एक थे।