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अब एमएसएमई एवं व्यापारियों के हाथ में भी होगी बड़ी कंपनियों जैसी ट्रेड पावर! पीयूष गोयल ने लॉन्च किया धमाकेदार TIA पोर्टल

  • TIA Portal भारत का पहला ऐसा व्यापक ट्रेड एनालिटिक्स प्लैटफॉर्म है जो छोटे से छोटे व्यापारी को भी वैश्विक व्यापार डेटा उपलब्ध कराएगा. इसमें 28+ डैशबोर्ड और 270 से अधिक विजुअलाइजेशन शामिल हैं।

मंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि व्यापार डेटा को लेकर पारदर्शिता बढ़ाई जाए ताकि सभी हितधारक बेहतर निर्णय ले सकें. उनका कहना था कि अब तक बड़े उद्योगों के पास जो डेटा उपलब्ध रहता था, वही सुविधा अब छोटे व्यापारियों, स्टार्टअप्स, MSMEs और दूरदराज के व्यवसायों तक भी पहुंचेगी।

छोटे उद्यमी एवं व्यापारियों और MSMEs के लिए खुलेंगे नए अवसर

पीयूष गोयल ने साफ कहा कि TIA Portal से भारत का सबसे ज्यादा फायदा छोटे व्यापारियों को होगा. उन्होंने बताया कि अब देश के किसी भी कोने में बैठे व्यापारी को वही जानकारी और वैश्विक डेटा मिलेगा जो बड़ी कंपनियां इस्तेमाल करती हैं. इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि छोटे व्यापारियों के लिए निर्यात बढ़ाने, नए बाजार समझने और सही उत्पाद चुनने के विकल्प भी तैयार होंगे।

सेवा क्षेत्र में मौजूद वैश्विक अवसर भी अब सभी को मिलेंगे

मंत्री ने बताया कि दुनिया के सेवा क्षेत्र में अपार अवसर हैं. लेकिन सही डेटा और विश्लेषण की कमी के कारण कई छोटे क्षेत्रों तक ये जानकारी पहुंच ही नहीं पाती थी. TIA Portal इस कमी को दूर करेगा और सेवाओं के निर्यात में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापार की मौजूदा परिस्थितियां भारत के लिए ‘wake-up call’ हैं और अब सरकारी और निजी क्षेत्र को मिलकर काम करना होगा ताकि भारत किसी अवसर को गंवा न दे।

FTA का बेहतर उपयोग करने में मदद करेगा TIA Portal

गोयल ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने कई देशों के साथ Free Trade Agreements (FTA) किए हैं लेकिन अनेक एक्सपोर्टर्स डेटा की कमी के कारण इन समझौतों का पूरा फायदा नहीं उठा पाते. अब यह पोर्टल उन्हें बताएगा कि किस देश में कौन सा उत्पाद कितनी मांग में है, वहां की टैरिफ स्थिति क्या है और किस तरह का निर्यात अवसर उपलब्ध है. इससे भारत का निर्यात कई गुना बढ़ने का अनुमान है।

मजबूत डेटा इकोसिस्टम के लिए शुरू हुई पहल

Department of Commerce ने मार्च 2024 में इस पोर्टल को विकसित करना शुरू किया था. इसका उद्देश्य था कि भारत के व्यापार विश्लेषण को आधुनिक बनाया जाए ताकि नीतियां और फैसले आंकड़ों के आधार पर लिए जाएं. यह पोर्टल सभी Commodity Divisions, EPCs और विदेशों में मौजूद भारतीय मिशनों को एकीकृत डेटा उपलब्ध कराएगा ताकि हर स्तर पर सूचनाओं का प्रभावी उपयोग हो सके.

TIA Portal कैसे काम करता है और क्या-क्या देगा?

यह पोर्टल एक वन-स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसमें भारत, वैश्विक और द्विपक्षीय व्यापार से जुड़ा पूरा डेटा समाहित है. UN Comtrade सहित अनेक वैश्विक डेटाबेस को एक ही सिस्टम में जोड़ा गया है।

इसमें शामिल हैं:
⦁ 270 से अधिक इंटरैक्टिव विज़ुअलाइज़ेशन
⦁ 28 से अधिक विश्लेषणात्मक तर्क
⦁ देश और कमोडिटी इंटेलिजेंस उपकरण
⦁ बाज़ार विविधीकरण अंतर्दृष्टि
⦁ प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) कमोडिटीज परफॉर्मेंस ट्रैकिंग
⦁ निर्यात-आयात वृद्धि निगरानी उपकरण
⦁ क्रिटिकल मिनरल्स डैशबोर्ड
⦁ व्यापार संपूरकता सूचकांक
⦁ तुलनात्मक लाभ सूचकांक का खुलासा
⦁ व्यापार तीव्रता सूचकांक

ऑटोमेशन से बढ़ेगी पारदर्शिता और दक्षता

Department of Commerce ने इस पोर्टल में अधिकांश कार्यों को ऑटोमेट किया है. Monthly Trade Report जैसे 300 पन्नों वाले दस्तावेज अब ऑटोमेशन के साथ तैयार होंगे. इसके अलावा डेटा एक्सट्रैक्शन आसान होगा. API आधारित सिस्टम से डेटा तुरंत अपडेट होगा और Manual Work कम होगा. Decision Making और भी तेज और सटीक होगी. यह एक ओपन-सोर्स, किफायती और स्केलेबल समाधान है जिसे लंबे समय तक बिना किसी भारी खर्च के चलाया जा सकेगा.

भारत के लिए यह क्यों महत्वपूर्ण है?

भारत तेजी से वैश्विक व्यापार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहा है. लेकिन मंत्री ने चेतावनी भी दी कि यदि हमारा निर्यात विदेशी मुद्रा भंडार को पर्याप्त मजबूती नहीं देगा तो मुद्रा की स्थिरता कठिन हो जाएगी. इस पोर्टल का उद्देश्य भारत को ज्यादा मजबूत, डेटा-साक्षर और वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार बनाना है।
सरकार चाहती है कि हितधारक और अधिक मांगें रखें ताकि मंत्रालय तेजी से सुधार कर सके और भारत हर अवसर का लाभ उठा सके।